उत्तर प्रदेश की राजनीति में उस वक्त सियासी पारा गरमा गया जब समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लेकर आपत्तिजनक, निजी और अशोभनीय टिप्पणी की गई, जिसमें न सिर्फ उनके डीएनए पर सवाल उठाए गए, बल्कि दिवंगत माता को भी घसीटते हुए शर्मनाक और अश्लील संदर्भ जोड़ दिए गए। इस पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव से सीधे पूछा—"क्या यही आपकी पार्टी की भाषा है? क्या आप अपने दिवंगत माता-पिता के बारे में ऐसी टिप्पणी सहन कर सकते हैं?" उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि "क्या आदरणीया डिंपल यादव इस स्त्री विरोधी मानसिकता पर चुप रहेंगी? क्या वे ऐसी गंदी सोच वाली पार्टी के साथ खड़ी रहना चाहेंगी?"
अखिलेश जी, ये आपकी पार्टी की भाषा है?
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) May 17, 2025
ये आपकी पार्टी का आफिशियल हैंडल है!!
किसी के दिवंगत माता-पिता के लिए शब्दों का ये चयन है?
लोकतंत्र में सहमति-असहमति-आरोप-प्रत्यारोप सब चलते आए हैं और चलते रहेंगे पर आप अपनी पार्टी को इस स्तर पर ले आएँगे?
क्या आदरणीया डिंपल जी इस स्त्री… pic.twitter.com/kpdVzRxOHS
पाठक ने ट्वीट करते हुए कहा कि लोकतंत्र में आरोप-प्रत्यारोप की गुंजाइश होती है, लेकिन जब चरित्र हनन और पारिवारिक गरिमा पर वार किया जाए, तो यह दर्शाता है कि समाजवादी पार्टी की सोच कितनी गिर चुकी है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि यह ट्वीट सपा की मानसिकता का असली चेहरा उजागर करता है, जिसमें न महिलाओं का सम्मान है, न विपक्ष के लिए कोई मर्यादा। ब्रजेश पाठक ने यह भी साफ किया कि ऐसी ओछी राजनीति का करारा जवाब जनता 2024 और 2027 में जरूर देगी। सियासी गलियारों में यह विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है, जहां भाजपा ने इसे महिला सम्मान और परिवार की मर्यादा का मुद्दा बना लिया है, वहीं समाजवादी पार्टी ने अभी तक कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया है, जिससे उनकी चुप्पी और भी कई सवाल खड़े कर रही है।
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