जर्जर विद्यालय भवन पर जिलाधिकारी की सख्ती: पूर्व प्राथमिक विद्यालय महिपतमऊ का किया औचक निरीक्षण

शिक्षण कार्य में अवरोध न हो, दो पालियों में चलेंगी कक्षाएं, जर्जर भवन की नीलामी व ध्वस्तीकरण के निर्देश

लखनऊ, 29 जुलाई 2025।
जिलाधिकारी श्री विशाख जी द्वारा आज एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए पूर्व प्राथमिक विद्यालय महिपतमऊ, काकोरी का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उपस्थित बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अवगत कराया कि उक्त विद्यालय भवन का निर्माण वर्ष 2008 में किया गया था, जो अब अत्यंत जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। इस पर जिलाधिकारी ने तत्क्षण संज्ञान लेते हुए कई ठोस निर्देश जारी किए।

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बच्चों की पढ़ाई किसी भी दशा में प्रभावित न हो, इसके लिए अतिरिक्त नए कक्षा कक्ष में दो पालियों में बच्चों को बैठाकर शिफ्टवार शिक्षण कार्य कराया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने ग्रामीण अभियंत्रण सेवा (RES) के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि जर्जर भवन का तकनीकी मूल्यांकन शीघ्र कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। साथ ही, जहां अस्थाई शेड के नीचे बच्चों को पढ़ाया जा रहा था, वहां दो नवीन कक्षों के निर्माण हेतु ‘क्रिटिकल गैप योजना’ के अंतर्गत धनराशि स्वीकृत करने की भी सहमति जिलाधिकारी ने प्रदान की। इसके लिए प्राक्कलन शीघ्र तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश RES को दिए गए।

जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि जर्जर भवन की तत्काल नीलामी कराकर उसे ध्वस्त किया जाए ताकि नवीन भवन निर्माण कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ हो सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों — उप जिलाधिकारी (सदर), बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं अधिशासी अभियंता RES को समन्वय स्थापित कर समयबद्ध ढंग से कार्यवाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सख्त लहजे में कहा कि किसी भी असुरक्षित अथवा जर्जर भवन में किसी भी कीमत पर शिक्षण कार्य न कराया जाए, और यदि ऐसा पाया गया, तो संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।

इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्राधिकार में स्थित सभी विद्यालयों की छतों व संरचना की सुरक्षा जांच तकनीकी समिति के माध्यम से कराएं और सर्वे रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करें। यह कदम इसलिए आवश्यक है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। इस औचक निरीक्षण में बेसिक शिक्षा अधिकारी, उप जिलाधिकारी (सदर), अधिशासी अभियंता RES, एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


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