आज इसकी घोषणा महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष पं. शिव सहाय मिश्र (कानपुर), राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. अजय शुक्ला (मुंबई) एवं राष्ट्रीय महामंत्री पं. महेश मिश्रा (कानपुर) ने की है। नियुक्ति उपरांत संगठन के शीर्ष गण जिनमें महासभा के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री श्रीराम तिवारी, आई.पी.एस. (से.नि.), (भाग्यनगर), हैदराबाद, पुलिस डिपार्टमेंट एंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (सुविधा) के सेक्रेटरी जनरल पं. अनिल कुमार वाजपेयी (ए.के.वाजपेयी), पुलिस अधीक्षक, खुफिया तंत्र विभाग, तेलंगाना राज्य, (से.नि.), महासभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती. सुषमा तिवारी, राष्ट्रीय मंत्री श्रीमती आकांशा वाजपेयी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य: श्रीमती. मृदुल वाजपेयी, श्रीमती. शिवानी आदित्य वाजपेयी, पटना, बिहार से सभा के पं. परशुराम मिश्रा, आई.ए.एस. (से.नि.)। दक्षिण भारत कान्यकुब्ज ब्राह्मण सभा, भाग्यनगर, हैदराबाद के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार तिवारी, उपाध्यक्ष पं. राकेश तिवारी, प्रसिद्ध कवयित्री आचार्य श्रीमती रत्नाकला मिश्रा, जबलपुर, मध्य प्रदेश के अध्यक्ष पं. संतोष मिश्रा, भारतीय वायु सेना की ग्रुप कैप्टन सुश्री. सुचित्रा दीक्षित (हेडक्वार्टर, नई दिल्ली), सुप्रीम कोर्ट, नई दिल्ली के वरिष्ठ अधिवक्ता पं. राघवेंद्र त्रिपाठी, पं. रवि कुमार शुक्ला एवं अन्य प्रांतों एवं विभिन्न विप्र समाज के गणमान्य लोगों ने की जिनमें आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस वामनराव, पूर्व न्यायाधीश ठा. गोपाल सिंह, पूर्व न्यायाधीश एवं आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री. के. सार्वभौमा राव, श्री. करलापालेम सूरपराज नवमीन, ठा. बृजराज सिंह, उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, (आंध्र एवं तेलंगाना), हैदराबाद के पूर्व विभागाध्यक्ष. प्रो. ऋषभ देव शर्मा, प्रो. जी. नीरजा, साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति, हैदराबाद, की संस्थापक अध्यक्ष डॉ अहिल्या मिश्रा, अरबामिंच विश्वविद्यालय, इथियोपिया (अफ्रीका) के पूर्व आचार्य एवं अध्यक्ष, (अंग्रेज़ी विभाग) प्रो. गोपाल शर्मा, उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद की पूर्व विभागाध्यक्ष (हिंदी विभाग) प्रो. शुभदा वांजपे, एवं प्रो. ए. रामलू, पूर्व विभागाध्यक्ष (संस्कृत विभाग) , कान्यकुब्ज ब्राह्मण समिति (रजि.), भाग्यनगर, हैदराबाद, के फाउंडर सदस्य पं. जितेंद्र अवस्थी, वरिष्ठ अधिवक्ता शशिकांत तिवारी, पं. आलोक शुक्ला, नचाराम के पं. गोपाल कैलाश पांडे, गोशामहल से श्रीमती. मंजू विमल तिवारी, एन.एम.डी.सी. लिमिटेड, के पूर्व महाप्रबंधक (विद्युत), 11 मुखी मुखी हनुमान मंदिर, 500 वर्ष प्राचीन श्री लाल दास बाबा मठ, सर्वे नंबर:14, मच्छा बोलाराम, सिकंदराबाद, के प्रधान पंडित एवं ज्योतिष / कुंडली विध्द पं. राजेंद्र कुमार जोशी, पं. जयहिंद तिवारी, पं. दुर्गा प्रसाद मिश्रा, पं. दुर्गा प्रसाद तिवारी, श्रीमती रमा विनोद उपाध्याय, जन सेवा संघ, हैदराबाद के सदस्य श्री नारायण ओझा, भोजपुरिया समाज, हैदराबाद के अध्यक्ष पं. वकील कुमार पांडेय, उन्नाव के वयोवृद्ध संत पं. सूर्य प्रसाद त्रिपाठी, कानपुर के डॉ. नरेंद्र द्विवेदी, पं. जितेंद्र मिश्रा, पं. सिध्ध कुमार त्रिपाठी, अभियंता अर्चित मिश्रा, लखनऊ से पं. दिनेश त्रिपाठी, गाजियाबाद से पं. शैलेंद्र मिश्रा, कोलकाता से श्रीमती विनीता संजीव त्रिपाठी, आसाम से श्रीमती. रजनी बाजपेई, छिंदवाड़ा-मध्य प्रदेश से श्रीमती मिथलेश शुक्ला, अहमदाबाद-गुजरात से श्रीमती स्वप्निल पाठक, रायपुर ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं. अरुण शुक्ला, पं. रजजन अग्निहोत्री, चेन्नई से उमा रवि शंकर अग्निहोत्री, उड़ीसा से श्रीमती निवेदिता पांडे, गोवा से श्रीमती शुक्ला, नागपुर एवं औरंगाबाद, महाराष्ट्र से श्रीमती ज्योति अवस्थी एवं श्रीमती विजया सचिन अवस्थी, विशाखापट्टनम-आंध्र प्रदेश से श्रीमती मनीषा त्रिपाठी, क्षत्रिय राजपूत महासभा (रजि.), के महामंत्री ठा. गुलाब सिंह, मध्य प्रदेश शासन के पूर्व राज्य मंत्री श्री योगेंद्र महंत, वर्ल्ड मीडिया के प्रधान संपादक पं. राजकुमार शुक्ला (हंस), भारत की संवाददाता सुश्री. निधि शर्मा, दिल्ली पब्लिक स्कूल, डायमंड प्वाइंट सिकंदराबाद, के समस्त अध्यापक एवं पूर्व छात्र गण आदि ने विशेष रूप से बधाई संदेश दिया।
नियुक्ति उपरांत गौ भक्त अभियंता पं. आकाश तिवारी ने अपने वक्तव्य में कहां की सनातन धर्म राष्ट्र उन्नति के लिए महत्वपूर्ण था, है और रहेगा। और भारत राष्ट्र की युवा शक्ति को इस क्षण आगे आना ही होगा।
ब्राह्मण संगठनों का मूल लक्ष्य राष्ट्रीय अस्मिता की रक्षा एवं सामाजिक, सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना होना चाहिए और आजादी की भाषा हिंदी को संपूर्ण दर्जा मिलना चाहिए। इसरो ग्रुप के कर्मठ वैज्ञानिकों की सफल चंद्रयान दक्षिण पोल लैंडिंग एवं जी-20 राष्ट्र शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता और नई दिल्ली घोषणा पत्र हस्ताक्षर करने एवं ऐतिहासिक सफल आयोजन के लिए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास जी मोदी एवं उनकी समस्त टीम को 140 करोड़ भारतीयों के मान सम्मान को बढ़ाने के लिए अंतर्मन से विशेष बधाई दी। और अंत में देश के विभिन्न प्रांतों एवं विदेशों से मिले प्रबुद्धजनों के बधाई-आशीर्वादो को अपना सौभाग्य बताया और सभी संत गुरुजनों एवं सामाजिक विभूतियों का विशेष रूप से धन्यवाद दिया।
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