लखनऊ | ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के चलते बिजली की मांग अपने चरम पर पहुंच गई है। बीती रात राज्य में अधिकतम बिजली मांग 29,000 मेगावाट को पार कर गई, जिसे लेकर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने बयान जारी करते हुए विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता जताई है।
मंत्री शर्मा ने कहा कि बिजली एक अत्यावश्यक सेवा है, जिसके बिना आज सामान्य जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इस चुनौतीपूर्ण समय में विद्युत कर्मियों को पूरी सजगता और सतर्कता से कार्य करना होगा।
उन्होंने जानकारी दी कि शिकायतों के माध्यम से यह संज्ञान में आया है कि कई इलाकों में एक ही फीडर पर दिन में कई बार मरम्मत के नाम पर शटडाउन लिया जा रहा है, जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आवश्यक कार्यों को एक ही बार के शटडाउन में निपटाया जाए और यह भी जांच की जाए कि ये कार्य समयबद्ध अनुरक्षण अवधि के दौरान क्यों नहीं किए गए।
शर्मा ने स्पष्ट किया कि अगर किसी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति रहते हुए जानबूझकर उपभोक्ताओं को बिजली से वंचित रखा जा रहा है, तो ऐसे कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विभाग को आदेश दिया कि ऐसे मामलों में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्य बिंदु:
प्रदेश में बिजली की मांग 29,000 मेगावाट से अधिक
मरम्मत कार्यों को लेकर अनावश्यक शटडाउन पर नाराजगी
विद्युत कर्मियों को सजग रहने और उपभोक्ताओं को राहत देने के निर्देश
जानबूझकर बिजली काटने पर सख्त कार्रवाई के संकेत
प्रदेश सरकार ने आमजन से भी अपील की है कि बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए सहयोग करें और किसी भी तरह की शिकायत होने पर विभाग को तुरंत अवगत कराएं।
#Tags:
#AKSharma #UPBijliVibhag #ElectricityDemand #Heatwave2025 #PowerShutdown #UPNews #EnergyMinisterUP #BijliSamasya #जनहित_में_निर्णय #बिजली_संकट #शटडाउन_विवाद
0 Comments